भारतीय शिक्षा बोर्ड के प्रथम राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता का समापन हो गया। पतंजलि के आचार्यकुलम के मैदान पर देश के कई राज्यों से पहुंचे खिलाड़ियों ने खूब दमखम दिखाया। जोश और उत्साह से आचार्यकुलम का माहौल पूरी तरह से खेलमय रहा। पहले राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता में खिलाड़ियों के बेहतरीन प्रदर्शन देखकर स्वामी रामदेव और आचार्य बालकृष्ण भी खिलाड़ियों का तारीफ करने से खुद को रोक नहीं पायें। पहले चरण के राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता के समापन पर पतंजलि विवि के सभागार में विजेता खिलाड़ियों को प्रशस्ति पत्र और मेडल देकर सम्मानित किया गया।
अब दूसरे चरण में राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता का आयोजन आगरा, तीसरे चरण में लखनऊ और फिर समापन जयपुर में होगा। इस खेल प्रतियोगिता को देखने के लिए हरिद्वार और आसपास के करीब 150 विद्यालयों के बच्चे राष्ट्रीय प्रतियोगिता को देखने पहुंचे। राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता में राज्यों के 50 से अधिक विद्यालयों के खिलाड़ियों ने भाग लिया। पतंजलि योगपीठ के महामंत्री आचार्य बालकृष्ण ने आचार्यकुलम के मैदान पर खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त किया और उन्हें अपना आशीर्वाद दिया। स्वामी रामदेव ने कहा कि जल्द ही इंडोर स्टेडियम बनकर तैयार हो जाएगा। जिसमें कई और खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन होगा।
आचार्यकुलम के शानदार मैदान पर सुबह से खिलाड़ी अपना दमखम दिखाने लगे। पहले चरण के राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता के दूसरे यानि समापन दिवस पर पतंजलि योगपीठ के महामंत्री आचार्य बालकृष्ण ने खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त करने के बाद कहा कि जिस तरह से प्रथम राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता में खिलाड़ियों ने उत्साह दिखाया है। इससे यह मालूम चलता है कि भविष्य में यही बच्चे राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय फलक पर अपना नाम रोशन करेंगे।
भारतीय शिक्षा बोर्ड के कार्यकारी अध्यक्ष एनपी सिंह ने आगामी चरणों में होने वाली खेल प्रतियोगिता की जानकारी दी। उन्होंने विजेता बच्चों को मेडल देखकर सम्मानित भी किया। उन्होंने बताया कि अगला चरण 13 और 14 नवंबर को आगरा, 17 और 18 नवंबर को लखनऊ और 21 और 22 नवंबर को जयपुर में पूरे चरणों का समापन होगा।
भारतीय शिक्षा बोर्ड के राष्ट्रीय को-आर्डिनेटर स्वामी पुण्य देव महाराज ने कहा कि हरिद्वार के आचार्यकुलम और गुरुकुलम में दो दिन चले प्रथम चरण के खेल प्रतियोगिता में खेल भावना की खूब झलक दिखी। इस अवसर पर पतंजलि आचार्यकुलम की उपाध्यक्ष डॉ ऋृतंभरा, आचार्यकुलम की प्रिंसिपल स्वाति मुंशी, भारतीय शिक्षा बोर्ड के एफलियेशन एडवाइजर सत्येन्द्र पंवार, पतंजलि गुरुकुलम के प्राचार्य स्वामी ईश देव आदि मौजूद रहें। मंच संचालन गुरुकुल शिक्षा एडवाइजर वंदना पाण्डेय ने किया।