उत्तराखंड में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए साहसिक खेलों पर जोर दिया जा रहा है। ट्रैकिंग और वाटर राफ्टिंग के बाद, अब एयरो स्पोर्ट्स को बढ़ावा देने की तैयारी है। नागरिक उड्डयन विभाग पैरा जंपिंग और पैराग्लाइडिंग जैसे खेलों को शुरू करने की योजना बना रहा है। ऋषिकेश, मसूरी और नैनीताल जैसे क्षेत्रों में एयरो स्पोर्ट्स को प्रोत्साहित किया जाएगा, जिससे राज्य में पर्यटकों की संख्या में और वृद्धि हो सके।
प्रदेश का नैसर्गिक सौंदर्य बरबस ही पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है। इस पर्यटन के साथ यदि रोमांच जुड़ जाए तो इससे न केवल पर्यटकों की संख्या में इजाफा होगा बल्कि इससे रोजगार भी बढ़ेगा, सेवा क्षेत्र में उछाल आएगा, साथ ही इससे उत्तराखंड वैश्विक स्तर पर भी अपना अलग नाम बना सकेगा।
प्रदेश में साहसिक खेलों व रोमांच के शौकीन पर्यटकों की संख्या में बढ़ावा देखने को मिला है। ट्रैकिंग के लिए तो पहले से ही उत्तराखंड प्रसिद्ध है अब वाटर राफ्टिंग जैसा साहसिक खेल भी यहां की पहचान बन चुका है। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि अमूमन हर शनिवार व रविवार को दिल्ली समेत आसपास के राज्यों के युवा बड़ी संख्या में टनकपुर व शिवपुरी आदि क्षेत्रों में रिवर राफ्टिंग करने पहुंच रहे हैं।
साथ ही प्रदेश में इस समय कई स्थानों पर बंजी जंपिंग, फ्लाइंग फाक्स जैसे साहसिक खेल रोमांच के शौकीनों को बरबस ही अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं। इसे देखते हुए अब नागरिक उड्डयन विभाग प्रदेश में एयरो स्पोट् र्स को बढ़ावा देने की दिशा में कदम उठा रहा है। इसके तहत विभाग पैरा जंपिंग, पैराग्लाइडिंग, फ्री फाल जैसे साहसिक खेल व जायरोकाप्टर के जरिये पर्यटकों को रोमांच देने की दिशा में कदम बढ़ा रहा है।
इस समय प्रदेश में मसूरी, मुक्तेश्वर, शिवपुरी, टनकपुर, नैनीताल आदि ऐसे क्षेत्र हैं जहां साहसिक खेल गतिविधियां निजी क्षेत्र के जरिये संचालित हो रही हैं। अब विभाग नए क्षेत्रों को भी चिह्नित कर रहा है। विभाग ने एयरो स्पोट् र्स को बढ़ावा देने को अपनी गेम चेंजर योजनाओं में भी शामिल किया है। इसके लिए नागरिक उड्डयन व पर्यटन विभाग मिलकर कार्ययोजना बना रहे हैं।