जानकारी के मुताबिक, श्रीनगर (श्रीकोट) के एक छात्रावास में रह रही छात्रा जब सेमिनार में नहीं पहुंची तो विभाग के शिक्षकों ने इसकी सूचना चिकित्सा अधीक्षक को दी. जिसके बाद चिकित्सा अधीक्षक ने छात्रावास के केयर टेकर को फोन कर छात्रा के बारे में जानकारी जुटाने को कहा.
दोपहर करीब 1 बजे केयर टेकर छात्रावास के कमरे में पहुंचा तो कमरा अंदर से बंद पड़ा मिला. संशय होने पर केयर टेकर ने इसकी सूचना चिकित्सा अधीक्षक को दी. सूचना पाकर चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राकेश रावत और एनाटॉमी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. अनिल द्विवेदी छात्रावास पहुंचे.
जहां छात्रा का तभी भी बंद पड़ा मिला. इसके बाद इसकी सूचना तत्काल श्रीकोट चौकी को दी गई. जिस पर मौके पर पहुंची पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद कमरे का दरवाजा तोड़ कर अंदर घुसे, लेकिन छात्रा आत्महत्या कर चुकी थी.